सर्व कार्य सिद्धि के लिए करवाए बगलामुखी विशेष प्रयोग।
सर्व बाधा निवारण हेतु माँ बगलामुखी विशेष हवन एवं अनुष्ठान।
बगलामुखी
हवन - अनुष्ठान - पूजा
हवन पूजा
माँ बगलामुखी हवन का महत्व माता अपने भक्तों के जीवन की आवश्यकताओं का सदा ख्याल रखती है। उसके सुख-दुख में हर कदम पर साथ देती है। ताकि उसके भक्त किसी परेशानी में न पड़ें।
उसके ध्यान या पार्थना में आस्था और विस्वाश अंनत है, तभी उसकी शुभ दृष्टि आप पर होगी। इनकी पूजा हवन करके आप जीवन में जो चाहें कर सकते हैं। इनकी पूजा करने से कभी भी शत्रु को परास्त किया जा सकता है।
Our Pooja & Havan Process..
पूजा बुक करें
हमारे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध विभिन्न पूजा विकल्पों में से अपनी आवश्यकता अनुसार पूजा को चुनें और कुछ सरल स्टेप्स में ऑनलाइन बुकिंग पूरी करें।
समय और पुष्टि
बुकिंग के बाद हमारी टीम आपके द्वारा दी गई जानकारी की समीक्षा कर पूजा की तिथि और समय तय करेगी और आपको कॉल या मैसेज से कन्फर्म करेगी।
पूजा की प्रक्रिया और वीडियो
निर्धारित समय पर अनुभवी पंडित जी द्वारा पूजा विधिवत संपन्न की जाएगी। यदि आपने रिकॉर्डेड वीडियो का विकल्प चुना है, तो आपको पूजा के बाद उसका लिंक भेजा जाएगा।
माँ बगलामुखी मंदिर नलखेड़ा का इतिहास
माँ बगलामुखी मंदिर मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले के नलखेड़ा नगर में लखुन्दर नदी के के पूर्वी तट पर स्थित है। यह मंदिर पांडव कालीन अति प्राचीन है मंदिर के गर्भ गृह में माता बगलामुखी की स्वयंभू प्रतिमाह के रूप में विराज मान है तथा माता के साथ दाये बाये महालक्ष्मी महा सरस्वती विराज मान है।
यह मंदिर देश विदेश में अति प्रचलित है एवं चमत्कारिक भी है। मंदिर परिसर में भैरव ,हनुमान व पारदेश्वर राधे कृष्ण मंदिर के साथ ऋषि मुनियों की अति प्राचीन जाग्रित समाधिया स्तिथ है जो की मंदिर को अति प्राचीन होने का प्रमाण देती है मंदिर की मान्यता अनुसार माता त्वरित फल दाई है इसीलिये मंदिर में विभिन्न राज्यों से तथा देश विदेशो से भी लोग माता के दर्शन के लिये आते है एवं विशेष कार्य के लिये माता मंदिर में अनुष्ठान एवं हवन पूजन कर माता का आशिर्वाद प्राप्त करते है।
माँ बगलामुखी मंदिर नलखेड़ा का इतिहास
माँ बगलामुखी मंदिर मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले के नलखेड़ा नगर में लखुन्दर नदी के के पूर्वी तट पर स्थित है। यह मंदिर पांडव कालीन अति प्राचीन है मंदिर के गर्भ गृह में माता बगलामुखी की स्वयंभू प्रतिमाह के रूप में विराज मान है तथा माता के साथ दाये बाये महालक्ष्मी महा सरस्वती विराज मान है।
यह मंदिर देश विदेश में अति प्रचलित है एवं चमत्कारिक भी है। मंदिर परिसर में भैरव ,हनुमान व पारदेश्वर राधे कृष्ण मंदिर के साथ ऋषि मुनियों की अति प्राचीन जाग्रित समाधिया स्तिथ है जो की मंदिर को अति प्राचीन होने का प्रमाण देती है मंदिर की मान्यता अनुसार माता त्वरित फल दाई है इसीलिये मंदिर में विभिन्न राज्यों से तथा देश विदेशो से भी लोग माता के दर्शन के लिये आते है एवं विशेष कार्य के लिये माता मंदिर में अनुष्ठान एवं हवन पूजन कर माता का आशिर्वाद प्राप्त करते है।
PRODUCTS
हमारा पूजा प्लेटफॉर्म इस तरह से काम करता है।
➞ पूजा बुक करने के बाद क्या होता है?
एक बार जब आप सफलतापूर्वक पूजा सेवा बुक कर लेते हैं, तो हमारी टीम विवरण की पुष्टि करने और आपकी किसी विशिष्ट आवश्यकता पर चर्चा करने के लिए आपसे आपके द्वारा दिए गए नंबर पर संपर्क करेगी। निर्धारित तिथि और समय पर, हमारे पंडीजी पूजा करेंगे और आपकी ओर आपके लिए दिव्य आशीर्वाद मांगेंगे।
➞ यदि मैं पूजा के लिए निर्धारित समय चूक गया तो क्या होगा?
यदि आप निर्दिष्ट समय पर उपस्थित होने में असमर्थ हैं, तो भी हमारे पंडितजी आपकी ओर से पूजा करेंगे व पूजा पश्यात आपको पूजा का रिकॉर्डेड लिंक प्रदान करेंगे।
➞ पूजा के दौरान आप मुझसे कैसे संवाद करेंगे?
पूजा के दौरान, हम व्हाट्सएप के माध्यम से लाइव स्ट्रीमिंग करते हैं, जिससे आप अपने स्थान पर आराम से बैठकर अनुष्ठान/पूजा देख सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, हमारी टीम किसी भी प्रश्न का उत्तर देने या पूरी प्रक्रिया के दौरान अपडेट प्रदान करने के लिए फोन, व्हाट्सएप मैसेंजर, स्काइप, बोटिम या ज़ूम के माध्यम से उपलब्ध रहेगी।
हम जुड़ाव महसूस करने के महत्व को समझते हैं, और हम आपको सूचित और शामिल रखने का प्रयास करते हैं।
➞ पूजा के बाद परिणाम देखने में कितना समय लगता है?
पूजा के बाद वांछित परिणाम देखने के लिए आवश्यक समय पूजा की प्रकृति, दैवीय आशीर्वाद और व्यक्तिगत परिस्थितियों सहित विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है। कुछ प्रभाव तुरंत प्रकट हो सकते हैं, जबकि अन्य में समय लग सकता है। परिणाम की प्रतीक्षा करते समय विश्वास और धैर्य रखना महत्वपूर्ण है।